जुदाई का घम कभी सेह भी ना सकूंगी,
ज़िन्दगी भर तुम्हे भूल भी ना पॉवूंगी,
चाहती हूँ में तुम से सिर्फ दोस्ती का हाथ,
और आशा करूँगी की तुम दोगे ज़िन्दगी भर मेरे साथ
ज़िन्दगी भर तुम्हे भूल भी ना पॉवूंगी,
चाहती हूँ में तुम से सिर्फ दोस्ती का हाथ,
और आशा करूँगी की तुम दोगे ज़िन्दगी भर मेरे साथ