Valentine

Monday, January 24, 2011

इंतज़ार है ...



इन ज़ुल्फों को इंतज़ार है
आप के चेहरे पे लहराने को

इन फूलों को इंतज़ार है
आप के मेहक में मेहक जाने को

इन आँखों को इंतज़ार है
आप के नशे में बेहेक जाने को

इन होंटों को इंतज़ार है
आप के चुम्बन में नहलाने को

इन बाँहों को इंतज़ार है
आप के आघोष में खोजाने को

इन बत्तियों को इंतज़ार है
आप के मौजूदगी में भुज जाने को

इन रातों को इंतज़ार है
आप के साथ बिताने को

इस जवानी को इंतज़ार है
आप के नाम लुटजाने को

1 comments:

Unknown said...

Pallavika garu ...good mrng.
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I too want to apply the same thing to my blog www.ravimurru-the-numismatist.blogspot.com.
So, i request you to guide me for that.
Thank you.
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With regards..ravimurru@gmail.com

Lamhe

Valentine

Sun Zara - The Woman In My Life!