Valentine

Tuesday, December 16, 2008

विनती करती हूँ …




मुम्किन नहीं हमें आप को भुलाना

ना मुम्किन ही तो है हमे आप के बिन जीना

आप इसे प्यार सम्झे या पागल पन

हम तोह कहेंगे यह है अपना पन

इज़हार करती हूँ कि आप हि मेरे सब है

इकरार करेंगे या नहीं जाने सिर्फ वोह रब है

विनती करती हूँ कि सदा आप हमारे साथ दो

वरना शायद यहीं हमरे ज़िन्दगी का आक्री रात हो

Sunday, December 14, 2008

U NEVER KNOW...




How much I Like you?
U NEVER KNOW...

How much I Love you?
U NEVER KNOW...

How much I Miss you?
U NEVER KNOW...

How much I Need you?
U NEVER KNOW...

How much I Aspire you?
U NEVER KNOW...

How much I Admire you?
U NEVER KNOW...

There is a person who wants you like anything,
U NEVER KNOW...

Friday, December 12, 2008

वोह रात






वोह रात कभी में बुला नहीं सकति

जहाँ तुम्हारी पसंद मुझे मालूँ हुआ



तुम्हारी ज़िंदगी में वहीं तरह की लड़की को देखना चाहती हूँ

लेकिन मुझ सा कभी नहीं


यह भी एक वजह है

जिसके लिए में आप से दूर रहना चाहती हूँ


आप के ज़िंदगी में बस कुशी ही कुशी देखना चाहती हूँ में

क्यों कि हम आप से बेहद प्यार करते है सनम


उमीद करती हूँ कि आप हमें किसी दिन संझेंगे

अब उसी दिन की इंतज़ार में राह देख रहें हैं हम



Lamhe

Valentine

Sun Zara - The Woman In My Life!