Valentine

Monday, December 1, 2008

आप हमें जब...



आप हमें जब छूए,

दिल मेरा घबराने लगा...

आप हमें जब अपने बांहों में लिया,

चैन हमारा खोने लगा...

आप हमें जब छूमली,

होश हमारा उड़ने लगा...

आप जब हमसे प्यार का इजहार किया,

प्रेम हमारा बढ़ने लगा...

आप से जब विरह का समय आया,

आँखों में आंसू बेहने लगा...

5 comments:

Varun Kumar Jaiswal said...

आहा रूमानियत इन शब्दों में बयां करना कोई आप से सीखे |
धन्यवाद |

Udan Tashtari said...

अच्छा प्रयास है. लिखते रहें.

अनूप शुक्ल said...

अरे वाह!

Anonymous said...

सुंदर लिखा है,
प्रेम और विरह में प्रेमिका के भाव का अच्छा चित्रण है.

Pravallika said...

Thank you so much for each one of you for your valuable feedback.

Thanks once again...

Lamhe

Valentine

Sun Zara - The Woman In My Life!