उनसे हमारी बात जब पहली बार हुई,
तब हमें ऐसा मेहसूस हुआ कि,
बारिश की पहली बून्दें जमीन पर गिरने से,
आने वाली वो महक को हमने आपकी के बातों से मेहसूस किया,
उनसे जब हम बात करने लगे,
तब हमें ऐसा एहसास हुआ कि,
खेतों में जैसे किसान बारिश के लिए राह देखता है,
वैसे ही वो एक दोस्त की राह देख रहा है,
हमने यह भी एहसास किया है कि,
वो सुशील, समझदार और सुन्दर भी है,
लेकिन हमें यह तो मालूम नहीं है कि,
वो हमसे बात करके क्या एहसास करते है…
तब हमें ऐसा मेहसूस हुआ कि,
बारिश की पहली बून्दें जमीन पर गिरने से,
आने वाली वो महक को हमने आपकी के बातों से मेहसूस किया,
उनसे जब हम बात करने लगे,
तब हमें ऐसा एहसास हुआ कि,
खेतों में जैसे किसान बारिश के लिए राह देखता है,
वैसे ही वो एक दोस्त की राह देख रहा है,
हमने यह भी एहसास किया है कि,
वो सुशील, समझदार और सुन्दर भी है,
लेकिन हमें यह तो मालूम नहीं है कि,
वो हमसे बात करके क्या एहसास करते है…
0 comments:
Post a Comment