
भीगी भीगी सी
पलकों से बेह गए
सपने हज़ार हमारे
बेवफा केहके
थोडा इस दिल को
आईना उसे समझ के
भीगी भीगी सी ...
प्यार से तुम को
मैने जब चाहा
तुमने हमें टुक्राए
किसी और की तुम
बातों में आकर
मेरे राह में काँटे बिछाए
भीगी भीगी सी...
किसी न किसी दिन
मेरे इस प्यार को
तुम मेहसूस करोगे
और तुम उस दिन
करो इज़हार हमसे
अपना हमें समझ के
भीगी भीगी सी ...
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