चाँदनी रात है, पिया भी साथ है
हाथ में हाथ लेकर, हम दोनों बैटे है
आँखो में आँखे डालकर, होंटों से होंट को छूकर
प्यार की शराब में डूब रहें है हम
इस नशेसे बाहर कैसे आयेंगे हम
पवन की शीतल से, तन में लगी है आग
डरते हैं की यह कहीं लग ना जाए हमारे ज़िंदगी में दाग
घायल ना हो जाए हमारे यह बात से
जो करना है वो करेंगे सिर्फ हमारे शादी के बाद से
हाथ में हाथ लेकर, हम दोनों बैटे है
आँखो में आँखे डालकर, होंटों से होंट को छूकर
प्यार की शराब में डूब रहें है हम
इस नशेसे बाहर कैसे आयेंगे हम
पवन की शीतल से, तन में लगी है आग
डरते हैं की यह कहीं लग ना जाए हमारे ज़िंदगी में दाग
घायल ना हो जाए हमारे यह बात से
जो करना है वो करेंगे सिर्फ हमारे शादी के बाद से
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