Valentine

Thursday, February 4, 2010

प्यार की बारिश...



मन का मन से है रिश्ता
और तन का तन से है नाता

अगन अगन सी है
अब विरह का येह किश्ता

बरस बरस अब
प्यार की बारिश बरसा

जटिल जटिल है अब
मिलन का येह इरादा

कटिन कटिन है अब
तुम से दूर रह नहीं जाता

तोड़ दो ये सारा बंधन
और साथ दो मेरा सारा जीवन

दिल आस लिए बैटा है तुमसे
और तुमको ही मांगा है हमने रबसे

जानलो मेरे ये आलम
और सुन भी लो मेरे दिल कि धड़कन

तुम हो मेरे सांसों कि सरगम
और तुमसे ही प्यार करेंगे हम हरदम...

2 comments:

Unknown said...

"man ko man se hai rishta" Nahin hota yeh aise hona chahiye "man ka man se hai rishta" aur "tan ka tan se hai nata" vichar bahut acche hain, bhavana bahut pyari hai, par spelling & gramatical mistakes hia, bura nahin manana

Pravallika said...

Hello Kamal ji,

Thank you soo much for taking your time and giving your feedback.

Have made the necessary changes.

Am really not dat good in hindi, yet i try my best to pen them out of passion...

Need your blessings...

Stay tuned

Best Regards,
Pravallika

Lamhe

Valentine

Sun Zara - The Woman In My Life!