याद तेरी जब आती है
हमें बडी रुलाती है
बेचेन सी हो जाती हूँ में
तेरे खयालों में खो जाती हूँ में
आँखों में बस तेरा ही चेहरा है
होंटो पे बस तेरा ही नाम है
एक पल के लिए भी आप को भूल नहीं पारहीं हूँ में
इस इंतज़ार की नदी में डूबजारहीं हूँ में
यह इंतज़ार खतम भी की जिए
और आप हमें वचन से इजाज़त दीजिए
हमें बडी रुलाती है
बेचेन सी हो जाती हूँ में
तेरे खयालों में खो जाती हूँ में
आँखों में बस तेरा ही चेहरा है
होंटो पे बस तेरा ही नाम है
एक पल के लिए भी आप को भूल नहीं पारहीं हूँ में
इस इंतज़ार की नदी में डूबजारहीं हूँ में
यह इंतज़ार खतम भी की जिए
और आप हमें वचन से इजाज़त दीजिए
2 comments:
Hello Pravallika,
I can say that this is the best poetry penned by you among all other works of yours.
Please continue writing. Congrats once again.
with best wishes,
SKY
Hello SKY,
Thank you so much for your feedback and calling "वचन" to be the best poetry in ur view.
Thanks once again.
with best regards,
Pravallika
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